शनिवार, 13 जून 2015

ज़िन्दगी क्या है यादों की बारात ज़ख़्मों की बारात

गाना - ज़िन्दगी क्या है यादों की बारात
फ़िल्म - फ़रार (1975)
गीतकार -इन्दवीर
संगीतकार - कल्याणजी आनन्दजी
गायक - मुकेश साहब

ज़िन्दगी क्या है यादों की बारात ज़ख़्मों की बारात
ज़िन्दगी क्या है यादों की बारात ज़ख़्मों की बारात
कुछ देखे और कुछ अनदेखे सपनों की बारात
ज़िन्दगी क्या है यादों की बरात ज़ख़्मों की बारात

कोन कहाँ पर मिल जाये कोन कहाँ खो जाये ....
करवट बदले वक्त ये ऐसा क्या से क्या हो जाये...
गम के मोड़ पे आके ठहरे ख़ुशियाँ की बारात
ज़िन्दगी क्या है यादों की बरात....

ऐसी भी होती है दिल में दर्द भरी कुछ यादें...
दिल मचले तो बन जाती है होंठों पे फ़रियादे...
और दुनिया ये समझे ये है निगमों की बारात
ज़िन्दगी क्या है यादों की बरात....

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